एण्डटीवी के शो दर्शकों को देंगे मनोरंजन की खुराक
मुंबई(एजेंसी)| एण्डटीवी के शोज ‘दूसरी माँ‘, ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ और ‘भाबीजी घर पर हैं‘ का ड्रामा दर्शकों को मनोरंजन की पूरी खुराक देगा। एण्डटीवी के ‘दूसरी माँ‘ की कहानी के बारे में यशोदा ने बताया, ‘‘अरविंद (मयंक मिश्रा) दादाजी (सुनील दत्त) की चप्पल काट देता है, ताकि वे यशोदा के टी स्टॉल पर न जा सकें। इसके बावजूद दादाजी नंगे पैर चलते हैं और रास्ते में उन्हें तकलीफ होती है। बाजार में कृष्णा (आयुध भानुशाली) दादाजी को मालती (अनीता प्रधान) के साथ नंगे पैर चलते हुए देखता है और उनकी चप्पल ठीक करवाने की पेशकश करता है। कामिनी (प्रीती सहाय) यह सब देख लेती है और अरविंद को बता देती है, जिससे उसका गुस्सा बढ़ जाता है। यशोदा दादाजी की तकलीफ देखती है और परिवार द्वारा उनके साथ किये गये बुरे बर्ताव पर चिंतित हो जाती है। बाद में कृष्णा सभी को बताता है कि एक मोची ने कहा था कि किसी ने जान-बूझकर दादाजी की चप्पल तोड़ी है और सभी बुरा महसूस करते हैं। अब अरविंद दुकान पर आता है और यशोदा को रणधीर (दर्शन दवे) का नोटिस थमाता है, जिसमें पैसा लौटाने की बात कही गई है। वह यशोदा का अपमान भी करता है और उसकी चिंता बढ़ा देता है। रणधीर का कर्ज चुकाने के लिये यशोदा अपना मंगलसूत्र बेचना चाहती है, लेकिन कृष्णा उसे रोक देता है। घर पर सुरेश और मालती अपने खोये हुए एटीएम, ज्वैलरी और पैसे के बारे में पूछते हैं। अरविंद शांति से जवाब देता है और जताता है कि वह किसी भी हालत में उन्हें यशोदा की मदद नहीं करने देगा और वे दुखी हो जाते हैं।’’
एण्डटीवी के ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ की कहानी के बारे में दरोगा हप्पू सिंह ने बताया, ‘‘हप्पू (योगेश त्रिपाठी) का
परिवार घर पर एक पालतू कुत्ता रखने की इच्छा जताता है, लेकिन हप्पू इस बात को सिरे से नकार देता है और कहता है कि उसे कुत्ते बिलकुल पसंद नहीं हैं। उनकी जानकारी के बिना, एक आवारा कुत्ता घर के बाहर खड़ा उनकी बात सुन लेता है। इस बीच, कमिश्नर (किशोर भानुशाली) को अपराधी शाकाल का अंडरगारमेंट एक महत्वपूर्ण सबूत के रूप में मिलता है और वह अपनी टीम को कुत्तों के एक यूनिट की व्यवस्था करने का निर्देश देता है, ताकि शाकाल को पकड़ा जा सके। दुर्भाग्य से, उनकी कोशिशें बेकार जाती हैं, क्योंकि अभी पूरे डॉग स्क्वैड की ट्रेनिंग चल रही है। घर लौटते वक्त हप्पू का स्कूटर टूट जाता है और एक आवारा कुत्ता उसे काट लेता है और हप्पू में अजीब बदलाव होने लगते हैं।
वह कुत्ते की तरह व्यवहार करने लगता है। यह देखकर हर कोई हक्का-बक्का रह जाता है। घटनाओं में ऐसे विचित्र मोड़ आने के बावजूद हप्पू ड्यूटी पर जाता है और कमिश्नर उसे कुत्ते जैसी सूंघने की ताकत का इस्तेमाल करने का आदेश देता है, ताकि शाकाल के अंडरगारमेंट से उस तक पहुँचा जा सके। इस बीच, कटोरी अम्मा (हिमानी शिवपुरी) और राजेश (गीतांजलि मिश्रा) हप्पू के कुत्ते जैसे व्यवहार को ठीक करने के लिये डॉक्टर से सलाह लेने जाती हैं।
संभावित इलाज के तौर पर डॉक्टर उन्हें चैंकाने वाली बात कहता है और सलाह देता है कि पूरे परिवार को कुत्तों जैसा व्यवहार करने लग जाना चाहिये।’’ एण्डटीवी के ‘भाबीजी घर पर हैं‘ की कहानी के बारे में विभूति नारायण मिश्रा ने बताया, ‘‘विभूति (आसिफ शेख) को एक अजीब सपना आता है, जिसमें वह यमराज है और अंगूरी (शुभांगी अत्रे) को किसी अपराध की सजा दे रहा है। इस अजीब सपने से उसे झटका लगता है और वह आधी रात को जाग उठता है और चिल्ला देता है। इस बर्ताव से अनीता (विदिशा श्रीवास्तव) चिढ़ जाती है और उसे दूसरों की जिन्दगी में दखल देने से बचने की चेतावनी देती है। विभूति अब भी उस सपने से परेशान है और अप्रत्यक्ष रूप से अंगूरी को संकेत देता है कि उसे कोई अपराध नहीं करना चाहिये और अंगूरी हैरान हो जाती है। इस बीच तिवारी (रोहिताश्व गौड़) अंगूरी को खाने-पीने के सामान की एक लंबी लिस्ट देता है और बताता है कि उसका बिजनेस पार्टनर डिनर के लिये आने वाला है।
इधर मॉडर्न कॉलोनी के पुलिस स्टेशन का नवीकरण हो रहा है और तिवारी पुलिस वालों को काम करने के लिये
अस्थायी तौर पर अपना घर देने की पेशकश करता है। रात में तिवारी का बिजनेस पार्टनर डिनर के लिये आता है और अंगूरी को इतना सुना देता है कि वह अपना आपा खो बैठती है और अनजाने में उसे एक बर्तन से ऐसा मारती है कि वह मर ही जाता है। तिवारी और अंगूरी घबरा जाते हैं और तुंरत एक योजना बनाते हैं, ताकि लाश को नष्ट किया जा सके।
विभूति उनका साथ देता है और अंगूरी को सलाह देता है कि वह बहस करे और गुस्से में घर छोड़ दे और उसके बैग में लाश होनी चाहिये! हालांकि उनकी योजना पर पानी फिर जाता है, जब दरोगा हप्पू सिंह (योगेश त्रिपाठी) और कमिश्नर (किशोर भानुशाली) अचानक उनके घर पहुँच जाते हैं और उन्हें झटका लगता है।’’
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