भाभीजी घर पर हैं की अनीता भाभी ने लिया गरबा उत्सव का आनंद
मुंबई(एजेंसी)| भारत में नवरात्रि एक महत्वपूर्ण त्यौहार है, जिसे कई राज्यों में बड़े ही उत्साह से मनाया जाता है। इसमें भक्त नौ दिनों का व्रत रखते हैं, देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा करते हैं और अपने प्रियजनों के साथ गरबा खेलने के लिये अपने शहरों के मशहूर डांडिया मैदानों पर पहुँच जाते हैं। इस साल ‘भाबीजी घर पर हैं‘ की खूबसूरत अनीता भाबी (विदिशा श्रीवास्तव) ने मुंबई की मशहूर गरबा नाइट में जाकर उत्सव का आनंद लिया और गरबा के रंग से सराबोर हो गईं। अपना रोमांच बताते हुए, विदिशा श्रीवास्तव, यानि अनीता भाबी ने कहा, ‘‘नवरात्रि के मेरे परिवार और मेरे लिये बेहद खास मायने हैं। हम हर साल अटूट भक्ति के साथ बड़े ही आनंद से यह त्यौहार मनाते हैं, नौ दिनों के अलग-अलग रंगों की परंपरा का आस्था से पालन करते हैं और रोजाना देवी दुर्गा की प्रार्थना करते हैं।
यह साल और भी ज्यादा खास है, क्योंकि मैं तीन महीने की अपनी बेटी आद्या के साथ माँ दुर्गा का त्यौहार
मना रही हूँ। मैं उत्सुक होकर अपने व्यस्त शेड्यूल से ब्रेक लेने की उम्मीद कर रही थी और आखिरकार मुझे
अपनी बेटी समेत अपने परिवार के साथ मुंबई की मशहूर गरबा नाइट में भाग लेने का मौका मिल गया, क्योंकि
पिछली रात मुझे वहाँ मेहमान के तौर पर जाने के लिये खास न्यौता मिला था। गरबा नाइट में हमारा अनुभव
बेहतरीन रहा, क्योंकि हम जाने-माने सिंगर्स की मधुर धुनों पर थिरके, हमारे आस-पास उत्साही लोगों की एक
बड़ी भीड़ थी और वह भी हमारी तरह थिरक रहे थे- हर किसी ने गरबा के लिये जो पारंपरिक परिधान पहने थे,
उन्होंने उस शाम को देखने लायक बना दिया। मैं वाराणसी की हूँ और मुंबई की मशहूर गरबा नाइट में जाना
बचपन से मेरा सपना था और मेरा अनुभव सारी उम्मीदों से बढ़कर रहा।
शहर का माहौल इतना जीवंत था जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। हमारा उत्साह बढ़ा रही भीड़ के साथ मंच पर परफाॅर्म करना एक अनमोल अनुभव था। अपने दर्शकों से हमें जो स्नेह और प्यार मिला, वह दिल में उतर गया और मैं खुशी से भर गई।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘पूरी नवरात्रि के दौरान मैंने हर रात के लिये तय रंग को अपनाया, जोकि इस त्यौहार का एक
अलग पहलू है। मुझे पक्का यकीन है कि गरबा का मतलब सकारात्मकता और खुशियाँ फैलाने से है और वह
यादगार रात मेरे यकीन को मजबूत करने वाली थी। नवरात्रि मेरे पसंदीदा त्यौहारों में से एक है, जिसे विशुद्ध
भक्ति और असीम उत्साह के साथ मनाया जाता है।’’
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